चाहा था मुक्कमल हो
मेरे गम की कहानी,
मैं लिख ना सका कुछ भी,
तेरे नाम से आगे।
चाहा था मुक्कमल हो मेरे गम की कहानी,
मैं लिख ना सका कुछ भी, तेरे नाम से आगे।
Chaha tha mukkamal ho
mere gham ki kahaani,
main likh na saka kuch bhi,
tere naam se aage.
