मैंने दिल को सिखा दिया औकात में रहने का हुनर,
वरना जिद्द करता उसकी, जो नसीब में नही है.
मैंने दिल को सिखा दिया औकात में रहने का हुनर,
वरना जिद्द करता उसकी, जो नसीब में नही है.
Mene dil ko sikha diya,
aukat mai rehne ka hunar,
Verna jidd karta uski,
jo naseeb mai nahi hai.