दो हिस्सों में बंट गए है,
मेरे दिल के तमाम अरमान,
कुछ तुझे पाने निकले,
तो कुछ मुझे समझाने निकले.
दो हिस्सों में बंट गए है,
मेरे दिल के तमाम अरमान,
कुछ तुझे पाने निकले,
तो कुछ मुझे समझाने निकले.
Do hisson mein bant gaye hai,
Mere dil ke tamaam armaan,
Kuch tujhe paane nikle,
To kuch mujhe samnjhane nikle.