रिश्तों की उम्र लफ्ज ही तय करते हैं,
खामोश रहकर रिश्ते बचा लेना भी कम नहीं.
रिश्तों की उम्र लफ्ज ही तय करते हैं,
खामोश रहकर रिश्ते बचा लेना भी कम नहीं.
Rishton ki umra lafz hi tay karte hain,
Khamosh rahkar riste bacha lena bhi kam nahi.
रिश्तों की उम्र लफ्ज ही तय करते हैं,
खामोश रहकर रिश्ते बचा लेना भी कम नहीं.
रिश्तों की उम्र लफ्ज ही तय करते हैं,
खामोश रहकर रिश्ते बचा लेना भी कम नहीं.
Rishton ki umra lafz hi tay karte hain,
Khamosh rahkar riste bacha lena bhi kam nahi.