दरवाज़े दिल के इस उम्मीद से खुले रखे हैं,
सुना है कि सुबह के भूले शाम को घर लौट आते हैं.
दरवाज़े दिल के इस उम्मीद से खुले रखे हैं,
सुना है कि सुबह के भूले शाम को घर लौट आते हैं.
Darwaze dil ke is ummeed se khule rakhe hain,
Suna hai ki subah ke bhule sham ko ghar laut aate hai.
