करने को कुछ नहीं है नए साल में 'यशब',
क्यों ना किसी से तर्क-ए-मोहब्बत ही कीजिए.
-यशब तमन्ना
करने को कुछ नहीं है नए साल में 'यशब',
क्यों ना किसी से तर्क-ए-मोहब्बत ही कीजिए.
-यशब तमन्ना
Karne Ko Kuch Nahi Hai Naye Saal Mein 'Yashab',
Kyun Na Kisi Se Tark-e-mohabbat Hi Kijiye.