बसा है आँखों में आपका चेहरा इस तरह,
गुलाब में खुशबू बसी होती है जिस तरह,
नमाज़ पढ़ ली हो और दुआ न मांगी हो,
आप की कमी महसूस होती है कुछ इस तरह.
बसा है आँखों में आपका चेहरा इस तरह,
गुलाब में खुशबू बसी होती है जिस तरह,
नमाज़ पढ़ ली हो और दुआ न मांगी हो,
आप की कमी महसूस होती है कुछ इस तरह.
Basa hai aankhon mein apka chehra is tarah,
Gulab mein khushboo basi hoti hai jis tarah,
Namaz padh li ho or dua na mangi ho,
Aap ki kami mehsoos hoti hai kuch is tarah.