दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है,
जो रुह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं.
दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है,
जो रुह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं.
Dastak Aur Aawaj To Kano Ke Liye hai,
Jo Ruh Ko Sunai De Use Khamoshi Kehte Hai.

दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है,
जो रुह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं.
दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है,
जो रुह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं.
Dastak Aur Aawaj To Kano Ke Liye hai,
Jo Ruh Ko Sunai De Use Khamoshi Kehte Hai.