इश्क भी चाहते हो और सुकुन भी चाहते हों,
गज़ब करते हो यार तुम भी,
अमावस की रात में चाँद चाहते हो.
इश्क भी चाहते हो और सुकुन भी चाहते हों,
गज़ब करते हो यार तुम भी,
अमावस की रात में चाँद चाहते हो.
Ishq Bhi Chahte Ho Aur Sukoon Bhi Chahte Ho,
Gazab Karte Ho Yar Tum Bhi,
Amawas Ki Rat Mein Chaand Chahte Ho.