लफ्जो में जाहिर करूँ तो,
मेरी ख्वाहिश की तौहीन होगी
तू मेरी रूह में उतर के,
समझ ले मेरी हसरतो को।
लफ्जो में जाहिर करूँ तो,
मेरी ख्वाहिश की तौहीन होगी
तू मेरी रूह में उतर के,
समझ ले मेरी हसरतो को।
lafzon mein zaahir karun to,
meri khwahish ki taohin hogi,
tu meri rooh mein utar ke,
samajh le meri hasraton ko.