नजरो का खेल था साहब,
वो चुरा ना सके और हम हटा ना सके.
नजरो का खेल था साहब,
वो चुरा ना सके और हम हटा ना सके.
Nazaron Ka Khel Tha Sahab,
Vo Chura Na Sake Hum Hata Na Sake.
नजरो का खेल था साहब,
वो चुरा ना सके और हम हटा ना सके.
नजरो का खेल था साहब,
वो चुरा ना सके और हम हटा ना सके.
Nazaron Ka Khel Tha Sahab,
Vo Chura Na Sake Hum Hata Na Sake.