सूफियाना सा इश्क हो,
संगत फकीरों जैसी हो,
तो इश्क अपने आप मे,
खुद ही, ख़ुदा हो जाता है.
सूफियाना सा इश्क हो,
संगत फकीरों जैसी हो,
तो इश्क अपने आप मे,
खुद ही, ख़ुदा हो जाता है.
Sufiyana Sa Ishq Ho,
Sangat Fakiron Jaisi Ho,
To Ishq Apne Aap Mein,
Khud Hi Khuda Ho Jata Hai.