तड़प रही हैं साँसें,
तुझे महसूस करने को,
फिज़ा में खुशबू बनकर,
बिखर जाओ तो कुछ बात बने.
तड़प रही हैं साँसें,
तुझे महसूस करने को,
फिज़ा में खुशबू बनकर,
बिखर जाओ तो कुछ बात बने.
Tadap rahi hai saansein,
Tujhe mehsoos karne ko,
Fiza mein khushboo bankar,
Bikhar jao to kuch baat bane.