तेरे होंठों में भी क्या खूब नशा है ए सनम,
लगता है तेरे झूठे पानी से ही शराब बनती है.
तेरे होंठों में भी क्या खूब नशा है ए सनम,
लगता है तेरे झूठे पानी से ही शराब बनती है.
Tere Hontho Mein Bhi Kya Khoob Nasha Hai E Sanam,
Lagta Hai Tere Juthe Pani Se Hi Sharab Banti Hai.